एफडीए,आयुष और एचएसएनसीबी की टीमों ने सोनीपत की 5 आयुर्वेदिक फैक्ट्रियों पर मारे छापे



चंडीगढ़: स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री अनिल विज, जिनके पास खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) का भी प्रभार है, ने बताया कि एफडीए,आयुष और हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एचएसएनसीबी) की संयुक्त टीमों ने सोनीपत की 5 आयुर्वेदिक फैक्ट्रियों पर ताबड़तोड़ छापे मारे और इस कार्यवाही के दौरान दो लोगों को गिरफ्तार करने और भारी मात्रा अवैध माल भी बरामद करने में भी सफलता हासिल की.


उन्होंने बताया कि सोनीपत के राई औद्योगिक क्षेत्र में स्थित वर्ल्ड ऑफ हेम्प ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड  नामक कंपनी ने अपने 12 टन हेंप (hemp) का कोटा उठाया और उसका दुरुपयोग कर बिना अनुमति के 2 टन भांग का एक्सट्रेक्शन विधि से 67 किलोग्राम और 5 ग्राम भांग घन (cannabis resin) बना दिया, जिसे पुलिस ने मौका पर कब्जे में लिया और टीम ने कंपनी के डायरेक्टर अणव जैन के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर थाना राई, सोनीपत में दर्ज करवाई. उन्होंने बताया कि आरोपी अणव जैन को हिरासत में लिया गया है.


स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार रिडले लाइफ साइंस प्राइवेट लिमिटेड, कुण्डली द्वारा अफीम के कोटे का गलत इस्तेमाल होना पाया गया. यह कंपनी अफीम द्वारा औषधि बनाने और उससे बनी औषधि की बिक्री का कोई पुख्ता सबूत नहीं दिखा सकी. टीम ने इस कंपनी के निर्माण केमिस्ट शलेंद्र गांधी सहित जिम्मेवार डायरेक्टर अन्य व्यक्तियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट तहत मुकदमा दर्ज करवाया है. आरोपी शैलेंद्र गांधी को भी मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है.


उन्होंने बताया कि दो अन्य कंपनियों "भारतीय आयुर्वेदिक फार्मेसी कुंडली" और  "सुखदर्शन आयुर्वेदिक फार्मेसी राई " की जांच निरीक्षण के दौरान भी टीमों को निर्माण, टेस्टिंग और बिक्री के रिकॉर्ड में उल्लंघनाएं मिली, जिस पर अफीम के कोटे के दुरुपयोग के चलते भारतीय आयुर्वेदिक फार्मेसी कुंडली के पार्टनर साहिल पासी सहित अन्य जिम्मेवार व्यक्तियों की खिलाफ कुंडली  थाने में एनडीपीएस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. "सुखदर्शन आयुर्वेदिक फार्मेसी" का नरेश कुमार रिकॉर्ड लाने का बहाना बना कर मौके से चंपत हो गया जिसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के इलावा सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने का भी मुकदमा दर्ज करवाने की तहरीर राई थाने में दी गई, जिस पर थाने में रोजनामचा दर्ज कर जांच जारी है .


विज ने बताया कि इसी क्रम में 'महर्षि चरक आयुर्वेदिक औषधालय' रेवली, सोनीपत और इसी की लोनी फर्म 'कबीर औषधालय प्राइवेट लि.' की बिक्री रिकॉर्ड एनडीपीएस के अनुसार जांच हेतु टीम ने मुरथल थाने में पत्र दिया है.


उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य,खाद्य एवम औषधि प्रशासन और आयुष मंत्री हरियाणा अनिल विज को गुप्त सूचना मिली थी कि आयुर्वेदिक दवा निर्माता औषधियों को बनाने में प्रयुक्त होने वाले अफीम और भांग के कोटे का दुरुपयोग कर खुले बाजार में बेच रहे हैं. इस पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने गृह स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  राजीव अरोड़ा को  उच्च स्तरीय जांच करवाने हेतु पत्र लिखा, जिस पर एफडीए,आयुष और हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों को शामिल करते हुए राज्य औषधि नियंत्रक हरियाणा को रेड्स नोडल अधिकारी नियुक्त किया.


गौरतलब है कि आयुष विभाग के महानिदेशक, डॉ साकेत कुमार, हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के निदेशक कांत जाधव तथा स्टेट ड्रग्स कंट्रोलर हरियाणा ने संयुक्त रूप से तीनों विभागों के दो दर्जन अधिकारियों को शामिल करते हुए टीमों का गठन कर एक साथ सोनीपत जिले में पांच आयुर्वेदिक दवा निर्माण इकाइयों पर छापामार कार्यवाही की गई.


गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अवैध कार्यों में संलिप्त आयुर्वेदिक दवा निर्माताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वे सरकार द्वारा अलॉट किए गए कोटे का दुरुपयोग करें अन्यथा उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की जांच निरीक्षण कार्यवाही जारी रहेगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.


अनिल विज ने बताया कि हरियाणा सरकार ने नशे में दुरुपयोग होने वाली दवाइयों, अवैध रूप से एमटीपी किट बेचने वालों, नर्सिंग होम्स में अवैध दुकानों और अवैध कार्यों में लिप्त रक्त केंद्रों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है. उन्होंने बताया कि हरियाणा की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा.

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