Haryana News: डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों से अपने अनुभव किए सांझा
चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने युवाओं से आह्वान किया कि वे स्वामी विवेकानंद की तरह अपनी ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों में लगाकर इंडिया की 'सक्सेस -स्टोरी' का हिस्सा बनें ताकि वर्ष 2047 तक भारत सुपर-पावर बन सके। वे वीरवार को यहां चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में आयोजित इवोक-2023 यूथ- सम्मिट में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने 'भारत की स्वतंत्रता के पचहत्तर वर्ष से सौ वर्ष के अमृत-काल में युवाओं के समक्ष चुनौतियां एवं सम्भावना' विषय पर यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों से कहा कि युवा ही देश की तकदीर और तदबीर बदल सकते हैं। डिप्टी सीएम ने स्वामी विवेकानंद जयंती पर उनको नमन करते हुए युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने को कहा। उन्होंने कहा कि आज़ादी के आंदोलन में भी युवाओं का अहम योगदान था और अब भी युवाओं को देश की एकता, अखंडता को ध्यान में रखकर तकनीक के सहयोग से राष्ट्र को विकास के पथ पर आगे ले जाना है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अपने यूनिवर्सिटी के छात्र जीवन को याद करते हुए कहा कि कॉलेज-यूनिवर्सिटी किसी भी व्यक्ति का गोल्डन पीरियड होता है, इस अवसर का सदुपयोग करें ताकि स्वयं की और राष्ट्र की नींव मज़बूत बन सके। उन्होंने यूनिवर्सिटी के डीन एवं प्रोफेसर्स से भी आह्वान किया कि वे अपने ज्ञान को युवाओं से शेयर करें ताकि उनकी ऊर्जा को सही दिशा मिल सके।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी युवा उपमुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर काफी अभिभूत थे और कई उत्साही विद्यार्थियों ने दुष्यंत चौटाला से शिक्षा से लेकर राजनीति तक के क्षेत्र में प्रश्न पूछे। दुष्यंत चौटाला ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि पॉलिटिशन बनना एक जिम्मेदारी का कार्य है। चाहे सरपंच हो, जिला पार्षद, एमएलए या एमपी हो, जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि का नैतिक दायित्व है कि वह ईमानदारी से क्षेत्र का विकास करे। उन्होंने माना कि भारत की तुलना में अमेरिका जैसे विकसित देशों में चुने जाने वाले प्रतिनिधि ज्यादा पढ़े-लिखे होते हैं लेकिन फील्ड का अनुभव हमारे देश में ज्यादा होता है। उन्होंने अपने सांसद के पांच साल और उपमुख्यमंत्री के तीन साल के कार्यकाल का अनुभव बताते हुए कहा कि उन्होंने इन आठ सालों में देश को प्रगति-पथ पर आगे बढ़ते हुए देखा है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कोविड-19 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किए गए कार्यों की मुक्त-कंठ से सराहना की और कहा कि जब पूरी दुनिया इस वायरस से भयभीत थी, उस दौरान मोबाइल के क्षेत्र में एप्पल जैसी बड़ी कंपनी भारत में आई और मारुति कंपनी ने हरियाणा में दूसरा बड़ा प्लांट लगाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि यह सब हमारे देश की पॉलिटिकल इच्छा शक्ति से ही संभव हो पाया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भारत को विश्व का सबसे युवा देश बताते हुए कहा कि देश में अच्छे शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं, युवा नई-नई तकनीक सीख रहे हैं। ऐसे में उन्हें पूरी उम्मीद है कि वर्ष 2047 तक हमारा देश सुपर-पावर ही नहीं बल्कि एकमात्र सुपर-पावर बन जाएगा।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सरदार सतनाम सिंह संधू ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि पिछले आठ वर्षों में देश में युवाओं के लिए नए-नए अवसर बढ़े हैं, चाहे नौकरी की बात हो या स्वरोजगार की, हर क्षेत्र में देश में विकास हुआ है। उन्होंने नई शिक्षा नीति की भी सराहना की। इस अवसर पर ब्यूरोक्रेट अंजलि बिरला, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर, अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी और एक्टर संग्राम सिंह, वरिष्ठ पत्रकार सुमित अवस्थी व स्मृति रस्तोगी ने भी अपने विचार सांझा किए।