Wrestlers Protest : पोडियम से फुटपाथ तक, पहलवान खुद दे रहे हेडलाइन पर मीडिया में जगह नहीं, अब राजनीतिक पार्टियों का सहारा



नई दिल्ली : जिन खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया। जिन खिलाड़ियों ने ओलंपिक में पूरे देश को गर्व महसूस करवाया वो आज पोडियम से फुटपाथ पर पहुँच गए है। अलबत्त तो ये मीडिया चैनलों पर हेडलाइन होनी चाहिए लेकिन आज के मीडिया को देखते हुए लग रहा है कि लोकतंत्र के चौथे खंभे का काम भी इन खिलाड़ियों को ही करना पड़ रहा है।

कहीं किसी चैनल पर इतने बड़े खिलाड़ियों के लिए कोई जगह नहीं है। बस जगह है तो देश के प्रधानमंत्री के लिए। एक आध चैनल को छोड़ कर कहीं इस मुद्दे पर बहस नहीं। कई कोई बड़ी कवरेज नहीं। एक दिन तो स्पेशल इन खिलाड़ियों को देना चाहिए। लेकिन नहीं मिल रहा है। वो भी इतने बड़े आरोप के बाद।

ओलिंपिक में देश को मेडल दिलाने वाले बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, कॉमनवेल्थ चैंपियन विनेश फोगाट समेत देश को कई पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। महिला रेसलर्स ने उनपर यौन शोषण का आरोप लगाया है। ये सभी इस साल की शुरुआत में भी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे थे। लेकिन अभी तक पहलवानों को न्याय नहीं मिला है। 


सभी पार्टियों का हमारे विरोध में शामिल होने के लिए स्वागत है

बृजभूषण सिंह के खिलाफ रविवार दोपहर से जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना जारी है। 7 महिला पहलवानों ने सिंह के खिलाफ पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है। पहलवान ने सभी देशवासियों से समर्थन मांगा है। बजरंग पूनिया ने कहा है कि इस बार, सभी पार्टियों का हमारे विरोध में शामिल होने के लिए स्वागत है चाहे वह भाजपा, कांग्रेस, आप या कोई अन्य पार्टी हो…हम किसी भी पार्टी से संबद्ध नहीं हैं।

पहलवानों ने कहा- 3 महीने हो गए, पर हमें न्याय नहीं मिला, इसलिए हम फिर से विरोध कर रहे हैं। हम न्याय की मांग करते हैं, अभी तक FIR दर्ज नहीं की गई है। पहले हम से कहा जाता था कि FIR कराओ अब हम FIR कराने जा रहे हैं तो पुलिस सुन नहीं रही है। पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि शिकायत के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की जानी बाकी है, उन्होंने कहा कि वे इस बात से निराश हैं कि इस मुद्दे पर एक सरकारी पैनल की रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि रिपोर्ट, जिसमें महिला पहलवानों के बयान दर्ज किए गए हैं, सार्वजनिक हो। यह एक संवेदनशील मुद्दा है, शिकायतकर्ताओं में से एक नाबालिग लड़की है।” उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ताओं के नाम लीक नहीं होने चाहिए।

सरकार से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही-विनेश फोगट

विनेश फोगट ने कहा कि बार-बार प्रयास करने के बावजूद उन्हें सरकार से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। “हम न्याय मिलने तक यहां सोने और खाने जा रहे हैं। फोगाट ने फुटपाथ पर पहलवानों की नींद की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया है।

मिल रही हैं धमकियां

पहलवानों ने कहा कि हमें कई तरफ से धमकियां मिल रही हैं। हमने 3 महीने से अधिक समय तक इंतजार किया। कुछ नहीं हुआ इसके बाद, हमने थाने में शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने हमारी नहीं सुनी। हमें नहीं पता कि यहां क्या हो रहा है। हम अपना विरोध फिर से शुरू करेंगे और बैठेंगे। हमारी मांगें पूरी होने तक जंतर-मंतर पर धरने पर हैं।

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