𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚𝐧𝐚𝐠𝐚𝐫 𝐍𝐞𝐰𝐬 : संयुक्त निगम आयुक्त ने तीन इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशनों का किया निरीक्षण, मशीनरी की बारीकी से की जांच
- अधिकारियों को हर पंपिंग स्टेशनों का बेहतर रखरखाव रखने के दिए निर्देश
- निचले क्षेत्रों से पानी की निकासी के लिए नगर निगम ने बनाए हुए है पंपिंग स्टेशन
यमुनानगर DIGITAL DESK || संयुक्त निगम आयुक्त नीलम मेहरा ने शुक्रवार को बूड़िया, गढ़ी बंजारा व मानकपुर में निगम द्वारा बनाए गए इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशनों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने हर पंपिंग स्टेशन की बारीकी से जांच की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तीनों पंपिंग स्टेशनों का बेहतर रखरखाव रखा जाए, ताकि क्षेत्र में गंदे व बरसाती पानी की निकासी की समस्या उत्पन्न न हो।
अमृत योजना के तहत निगम द्वारा निचले क्षेत्रों से पानी की निकासी के लिए जगह जगह इंटरमीडिएट स्टेशन बनाए हुए है। नगर निगम के वार्ड नंबर चार के बूड़िया एरिया में 3.60 एमएलडी क्षमता वाले इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन (आईपीएस) का चार साल पहले 1.97 करोड़ की लागत से निर्माण कराया गया था। इसके निर्माण से बूड़िया क्षेत्र में गंदे पानी व बरसाती पानी की निकासी का समाधान हुआ है। शुक्रवार को संयुक्त निगम आयुक्त नीलम मेहरा, निगम अभियंता दीपक सुखीजा, सबसे पहले बूड़िया में बनाए गए इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन पहुंची। यहां उन्होंने स्टेशन की हर मशीनरी की बारीकी से जांच की।
उन्होंने स्टेशन की देखरेख करने वाले कर्मचारी को कड़े निर्देश दिए कि हर मशीनरी की जांच करते रहे। कोई भी खराबी आने पर उसे तुरंत ठीक कराया जाए, ताकि क्षेत्र से नियमित पानी की निकासी होती रहे। इसके बाद संयुक्त निगम आयुक्त नीलम मेहरा गढ़ी बंजारा व मानकपुर स्थित इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशनों पर पहुंची। यहां भी उन्होंने स्टेशनों की हर मशीनरी, पंपिंग सिस्टम, मोटर व अन्य मशीनों की जांच की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वह पंपिंग स्टेशनों की हर मशीनरी की नियमित जांच करें। आगामी बरसाती सीजन से पूर्व हर पंपिंग स्टेशन की जांच करें। ताकि क्षेत्र में गंदे पानी व बरसाती पानी के जमाव की दिक्कत न आए।
बता दें कि इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन बनने से पहले इन स्थानों के निचले क्षेत्र में पानी की निकासी की समस्या थी। निकासी न होने से सीवरेज जाम की समस्या भी बहुत अधिक रहती थी। बरसात के मौसम में लोगों को ज्यादा दिक्कत आती थी। सीवरेज जाम हो जाते थे। लेकिन पंपिंग स्टेशन बनने से यहां मोटर के माध्यम से सीवरेज के पानी को स्ट्रॉम वाटर लाइन तक भेजा जाता है। अब इन क्षेत्रों में पानी की निकासी की समस्या नहीं है। पंपिंग स्टेशन नियमित काम करते रहे, इसको लेकर संयुक्त निगम आयुक्त द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।