𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚𝐧𝐚𝐠𝐚𝐫 𝐍𝐞𝐰𝐬 : 24 घंटों में भारी बारिश होने की संभावना - प्रशासन ने जारी किया अलर्ट, HELPLINE नंबर भी किया जारी
24 घंटों में भारी बारिश होने की संभावना
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
HELPLINE नंबर भी किया जारी
बाढ़ की स्तिथि में हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर तुरंत मिलेगी मदद
यमुनानगर DIGITAL DESK || मौसम विभाग द्वारा जिले में आने वाले 24 घंटों में भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। इस बारिश से कोई जान माल की हानि न हो, इसके लिए आम जनता को सावधान रहने के लिए अलर्ट जारी किया है। बरसात के मौसम के दौरान जिला प्रशासन संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद है और प्रशासन द्वारा हर प्रकार की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं ताकि वर्षा ऋतु के दौरान किसी भी क्षेत्र में संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से सही ढंग से निपटा जा सके।
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उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि प्रशासन द्वारा बरसात के मौसम में जिला के उत्तरी क्षेत्र एवं पहाड़ी कैंचमैंट एरिया में अचानक अधिक वर्षा होने के कारण जिला में सम्भावित बाढ़ जैसी स्थिति हो सकती है इस स्थिति से निपटने के लिये सभी प्रकार की तैयारियां पूरी की जा रही हैं व जिला में सम्भावित बाढ़ जैसी स्थिति पर दिन-रात नजर रखने के लिए जिला सचिवालय में जिला स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। इस बाढ़ नियंत्रण कक्ष में लगे टेलीफोन नम्बर 01732-237801 पर किसी भी समय सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के बारे में सूचना देकर सहायता प्राप्त की जा सकती है।
इसके अतिरिक्त सब डिवीजन स्तर पर जगाधरी, बिलासपुर व रादौर, तहसील कार्यालय छछरौली तथा जल सेवाएं मण्डल जगाधरी के कार्यालय व हथनी कुंड बैराज में भी बाढ़ नियंत्रण कक्षों की स्थापना की गई है। उन्होंने जिलावासियों से अपील की है कि वे बरसात के मौसम में स्वयं या अपने परिवार के सदस्यों को विशेषकर बच्चों को नदियों, नहरों, नालों व तालाबों की ओर न जाने दें, क्योंकि बरसात के मौसम में नदियों, नहरों, नालो व तालाबों का जलस्तर अचानक बढ़ जाता है व कोई भी अनहोनी हो सकती है। अत: सभी को सावधान रहना जरूरी है। उन्होंने किसानों व मजदूरों से भी अपील की है कि वे बरसात के मौसम के दौरान नदियों के बीच टापू में स्थित खेतों एवं डेरों में जाने की लिए भी सावधानी बरते।
उपायुक्त ने बताया कि जिला सचिवालय में स्थापित जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष में 24 घण्टें भिन्न-भिन्न सरकारी विभागों के योग्य एवं कर्मठ अधिकारियों/कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है, जो अलग-अलग शिफ्टों में डयूटी पर तैनात रहेंगे। उन्होंने बताया कि बाढ़ नियंत्रण कक्षों पर तैनात अधिकारी एवं कर्मचारी जिला के उत्तरी छौर के पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक वर्षा होने के कारण नदियों के जल स्तर में अचानक वृद्धि होने से किसी क्षेत्र में सम्भावित बाढ़ जैसी स्थिति की जानकारी जिला के उच्च अधिकारियों को तुरंत देगें ताकि जिला प्रशासन तुरंत बाढ़ बचाव कार्यो में पूरी मुस्तैदी से जुट सकें। इसके अतिरिक्त जिला के अलग-अलग विकास खण्डों के गांवों में भी ग्रामीण बाढ़ नियंत्रण कक्षों की स्थापना की गई है।