Haryana School News : हरियाणा में अभिवावकों के लिए आई खुशख़बरी, अब सरकारी स्कलों में भी लगेगी नर्सरी, प्री नर्सरी की कक्षाएं



Haryana News : हरियाणा सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-20) को प्रदेश में पूर्ण रूप से लागू करने के लिए कमर कस ली है, जिसके तहत प्रदेश के स्कूलों में अब 5+3+3+4 पैटर्न के तहत कक्षाओं को आंका जाएगा और इसी कड़ी में इसी शिक्षा सत्र से प्रदेशभर के लगभग 8459 राजकीय स्कूलों में नर्सरी व प्री नर्सरी कक्षाएं लगाने का फैसला लिया गया है, जिनमें 3 साल तक के बच्चों का दाखिला हो सकेगा।


ये होगा नया पैटर्न

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत लाए गए नए पैटर्न 5+3+3+4 में अब प्रदेश के स्कूलों में फाउंडेशन स्टेज (दो भागों में यानी आंगनबाड़ी/प्री स्कूल के 3 साल + प्राथमिक स्कूल में कक्षा 1-2 में दो साल, 3 से 8 वर्ष के बच्चों सहित), प्रिपरेटरी स्टेज (कक्षा 3-5, 8 से 11 वर्ष के बच्चों सहित), मिडिल स्कूल स्टेज (कक्षा 6-8, 11 से 14 वर्ष के बच्चों सहित) और सेकेंडरी स्टेज (कक्षा 9 से 12, दो फेज में यानी पहले फेज में 9 और 10 व दूसरे फेज में 11 और 12, 14 से 18 वर्ष के बच्चों सहित) शामिल होंगे। जबकि इससे पहले प्रदेश में कक्षा 1-5 प्राथमिक शिक्षा, कक्षा 6-8 माध्यमिक शिक्षा व कक्षा 9-12 वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षा का पैटर्न लागू था।

प्रदेश सरकार व शिक्षा निदेशालय द्वारा एनईपी-20 के तहत लिए गए फैसले के अनुसार अब पांच साल से कम आयु के बच्चों का भी राजकीय प्राथमिक स्कूलों में दाखिला हो सकेगा, जिनकी एमआईएस पर गिनती भी की जाएगी और अन्य कक्षाओं (1-8) की तरह इनको भी स्टेशनरी, स्कूल बैग, वर्दी और मिड डे मील दिया जाएगा, किंतु इनके लिए कोई होमवर्क नहीं होगा और इनको खेल-खेल में जादुई पिटारा पाठ्यक्रम के माध्यम से सिखाया जाएगा, जिसका प्रशिक्षण भी अध्यापकों को आगामी समय में दिया जाएगा। नौनिहालों के लिए निदेशालय द्वारा समय तय कर लिया है, जिसके तहत सुबह के समय में तो बच्चे उसी समय आएंगे जब स्कूल खुलते हैं, क्योंकि सुबह छोटे बच्चे अपने भाई-बहनों के संग आ सकेंगे, जबकि उनकी छुट्टी लगभग दो घंटे पहले की जाएगी यानी उनका स्कूल समय मात्र साढ़े 4 घंटे ही रहेगा।

निजी स्कूलों के लिए बड़ा झटका

इससे पहले प्रदेश के राजकीय स्कूलों में दाखिला करवाने की शर्त पांच वर्ष थी और अभी चल रही रवायत के अनुसार बच्चों को ढाई या तीन वर्ष की आयु में ही स्कूलों में भेजना शुरू कर दिया जाता है, जिसका पूरा फायदा नर्सरी और प्री नर्सरी के नाम से निजी स्कूलों द्वारा उठाया जा रहा है। प्री नर्सरी के दाखिले करने के लिए शिक्षा निदेशालय द्वारा स्कूलों की सूची जारी की गई है, जिसके अनुसार सबसे ज्यादा जिला यमुनानगर के 563 स्कूलों में प्री नर्सरी की कक्षाएं शुरू की जाएंगी जबकि अम्बाला 465, भिवानी 432, चरखी दादरी 194, फरीदाबाद 249, फतेहाबाद 378, गुरुग्राम 383, हिसार 500 और जिला झज्जर के 288 स्कूलों में प्री नर्सरी कक्षाएं शुरू की जाएंगी।

नयी योजना से जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को होगा फायदा

हिसार की जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (डीईईओ) संतोष नागर ने नए पैटर्न की पुष्टि करते हुए कहा कि नई योजना जरूरतमंद परिवारों के लिए वरदान साबित होगी, इसके तहत अब राजकीय स्कूलों में पांच साल से कम उम्र के बच्चों का भी दाखिला हो सकेगा और इन बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा दी जाएगी, ताकि पहली कक्षा में आने से पहले ही बच्चे को स्कूली शिक्षा के लिए तैयार किया जा सके।


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